नवरात्रि आसो सुद नवरात्रि आयी भक्त दीप जलाए माँ तेरे भाव भक्ति से रिजाये बाण तेरे म…
Chup तुम चुप से क्यू बेठे हो जेसे किसी अजनबी संग बैठ हो अजनबी भी हाल पूछ लेते है तु…
एक मुलाकात अधूरी एक मुलाकात अधूरी सी रही हर मुलाकात मे कमी सी रही बाते कहे ने को थी …
निगाहे निगाहों से निगाहे ना मिला ना कर्ज ना लेना मोहब्बत का बेवजा दर्द ओर सुकून ना ल…
क्यू ना करू क्यू ना करू मे इंतजार उसका वो अपना है गेर नहीं क्यू ना देखू मे ख्वाब …
सासे है धुवा ख्वाईशे खाख सी है दिल मे है उम्मीद आंखे नम सी है बेहतर से भी बेहतर की…
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