जब मिलने आवो तो  महगे तोफे ना लाना 

सिर्फ फूलो के गजरे लाना 

उसे पहनकर में महक उठू

तुम संग में खिल सकू

तुम संग बैठ कर घंटो बात कर सकू 

तो ढेर सारा वक़्त लेके आना 

तुम संग  बिता वक़्त अनमोल होगा 

ता-उम्र तुम बिन जीने के लिए काफी होगी  

जीवन के हर पल में हर एहेसास में

 मेरी रूह के रोम रोम में तेरी खुश्बू

तुम बिन हर दिन अधुरा है 

जैसे शक्कर के बिना चाए

बिना इत्तर के खुश्बू

अधरो के बिना अल्फाज 

वेसे है तुम मुज को समर्पित होना 

                                                    Radhe...