Love Poetry in Hindi


Happy  Janmashtami  



मीरा जपे गोविंद गिरिधर 

राधा प्रेम गीत गाये 

दोनों के मन मे बसे माधव  

प्रीत मोहन संग लगाये 

राधे संग रचाये रास कान्हा 

मीरा मन मे बसाये मोहन 

एक मीरा एक राधा 

दोनों बन बेठी जोगन 

आस लगाए कान्हा की राधा वृदावन मे ढूढे 

मन मंदिर मे कान्हा पाकर मीरा जूमे हर पहेर 

राधा मन समाये मोहन 

मीरा दीवानी गिरिधर की 

एक मीरा एक राधा 

दोनों बन बेठी जोगन 

बासुरी की धून सुन राधा 

दीवानी हुई कान्हा की 

गीत मधुर गाये मीरा 

रीजाये नित कान्हा 

हृदय के स्पंदन की तरह

बसे राधे मे मोरलीधर 

मीरा देख मूरत मोहन की 

सूद बुध जाए भूल 

एक मीरा एक राधा 

दोनों बन बेठी जोगन 

- Radhe...



                                


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