बेताब आखों को दरिया मिले
बेताब आखों को दरिया मिले
तूम मिलों तो जीने का जरिया मिले
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प्यार के सागर मे प्यार की लहरे है
मेरे रग रग मे बसी तेरी ही फिक्र है
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इबादत रब की करते है सब
मे तो तुजे ही रब बनाए बेठी हु
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अब इबादत करू या दुवा करू
सब तुम्हारे हक मे करू
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रहती हो खुद मे ही खोई हुई कभी
बात करो तो हमे भी तुम्हारा पता मेले
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नैनो की खाता है तुम्हें देखकर
किसी ओर को ना देखा
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चाहता हु काही ओर दिल लगालू मे मेरे जमीर ने
तेरे अलावा किसी ओर से इश्क की इजाजत ना दी
Radhe...
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