Sad Poetry in Hindi


ये कैसा प्यार है 
ना ही मिलना है



ये कैसा प्यार है 

ना ही मिलना है ना हीं बिछड़ना

ना ही इन्कार है 

 ना ही  इजहार है 

बस ऐसे ही दर्द का रोना है 

और जिल्लते सहना है 

ना ही दुवा ऐ है 

ना ही बदुवा ऐ है 

हजारो दिल के टुकड़ो की 

चुभन को सहना है 

यू ही इंतज़ार में आसुओ का सुख जना  है 

ना ही हाथ थाम सकते है 

ना ही हाथ छोड़ सकते है 

यही बदगुमानी में 

हर पल जीना पड़ता है

तुजे पा लेना भी गम है 

तुजे ना पाना  भी गम है 

बस एसी कश्मकश में जिए जा रहा हु 

तुजे आवाज भी दू तो तू सुन ना सके 

एस कदर तू मुझे भुला चूका है 

                                                        Radhe...

  

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