करते है इश्क तुमसे कोई गुना तो नही
हा करते है इश्क तुमसे
कोई गुना तो नही
चाहे ना तो कोई तू हमें ये तेरा कसूर तो नही
क्या खेल है ये किस्मत का
तू कही और है किसी के बहो में
में यहाँ तन्हा तेरी याद में
आ जब रात तो हवाई ये ये बतलाती है
तू नही मेरा किसी गेर की बहो में सोया है
बहे बहो में है है फ़र्कइतना है
तू और से लिपटी है
में लिपटा तन्हाई से हु
खुदा करे तेरी हर आरजू पूरी हो
एक ख्वाईश है
वो एक आरजू तेरी मेरी हो
तेरी बहो में तेरी जुल्फों के तले
तेरी हर बात में बते मेरी हो
दिन रात की कोई खबर न हो
तेरी बहो में मेरी मौत हो
तेरी ख्वाईश में
इतनी सी ख्वाईश मेरी हो
Radhe...
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