हसीन है जिन्दगी
जिंन्दगी क्या है... पता नहीं एक अजीब सी है
कभी तो.. बहोत खूबसूरत लगती...
ओर कभी
यु लगता है कि.. खत्म कर दे..
पर ये रिश्ते जेसे हमारे सास को बन्धे हुए..
इन्से खुद को छुडापा ना असान नहीं...
कुछ एसे रिश्ते होते है जो हमे जिने पे
मजबूर करते है...
सच ही कहा है किसीने ये दुनिया
एक मोह है.. इसकी आदत हो गए
तो खुदा ही बचाये.. ये ना एक नशे की तराह
हमारी रगो मे बहती है...
एसलिये तो किसी को भुलना असान नहीं होता
खेर वक़्त के साथ.. सब पिछे रह जाता
कुछ एसी यादे जो मिटाये..
नहीं मिटती..
वो हमारे पास हमारे साथ चलती..
फिर भी जिने वाले तो सान से जिते है
दुनिया भुलाकर सारे गम भुला कर..
फिर भी कहते है हसीन है..
ये जिंन्दगी...
Radhe...
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